गोल सेटिंग कैसे करें और गोल सेटिंग क्यों जरूरी है? (Goal Setting in Hindi)
नमस्कार देवियो और सज्जनों आप सभी का नॉलेज ग्रो मोटिवेशनल ब्लॉग पर स्वागत है। दोस्तो क्या आप गोल सेटिंग कैसे करें और गोल सेटिंग क्यों जरूरी है? इस बारे में जानकारी जानना चाहते हैं? तो आप सही जगह पर आए हुए हैं।
दोस्तों अगर आप इस आर्टिकल को अंत तक ध्यान से पढ़ते है, तो आपको इस आर्टिकल से कुछ ऐसा सिखने को मिलने वाला है, जो आपको आपकी life में बहुत काम आने वाला है। इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़िए।
गोल सेटिंग कैसे करें और गोल सेटिंग क्यों जरूरी है?
दोस्तो अगर आप इस आर्टिकल को अंत तक ध्यान से पढ़ते हैं, तो आपको जानने को मिलेगा की 👇👇👇
- Goal Setting क्या है?
- Goal Setting क्यों जरूरी है?
- ज्यादातर लोग अपने लक्ष्य क्यों नही बनाते?
- अपना लक्ष्य कैसे पहचाने?
- आपका लक्ष्य कैसा होना चाहिए?
- Goal Setting कैसे करें? आसान भाषा में
दोस्तो अगर आप इन सभी प्रश्नों के जवाबों को आसान भाषा में जानना चाहते हैं? तो आप इस गोल सेटिंग कैसे करें और गोल सेटिंग क्यों जरूरी है? सेल्फ हेल्प आर्टिकल को अंत तक ध्यान से जरूर पढ़िए। तो बिना समय को गवाएं चलिए शुरू करते हैं।
गोल सेटिंग क्या है? (What is Goal Setting in Hindi)
दोस्तो क्या आप जानते हैं की इस दुनिया में 85% प्रसिशद लोग लक्ष्यहीन जीवन जीते हैं, जिनके लाईफ का कोई भी लक्ष्य ही नही होता है और 12% लोगो के लक्ष्य सारी जिंदगी केवल उनके दिमाग मे ही रहते हैं। और बढ़ती उम्र के साथ अपने लक्ष्यों के प्रति उनका जोश अगर, शायद और काश जैसे शब्दो के साथ ठंडा पड़ता जाता है।
बाद में उनके पास केवल पछतावा और अफसोस ही बचता है। और बाकी बचे हुए 3% वो लोग होते है, जो वो जानते हैं की उन्हे क्या पाना है। दिमाग में रखे हुए लक्ष्यो को कैसे पेपर पर उतारना है और उसे कैसे पाना है और कब तक पाना है, यह सब उन्हे पता होता है।
यही वे 3% लोग है जो बाकी के 97% लोगो को कंट्रोल करते हैं। और बाकी के 97% लोग सारी जिंदगी इन 3% लोगो के लक्ष्यों को पाने में इनकी मदद करते हुए जिंदगी गुजार देते हैं। इसका मतलब यह नहीं है की बाकी के 97% लोग काबिल नहीं होते हैं या उन्हें अवसर नही मिलता।
दोस्तो इसका मुख्य कारण यह है की ज्यादातर लोग तो अपने सपने और अपनी इच्छाओं और अपने लक्ष्यो में अंतर करके ये नहीं समझ पाते की किस चीज को हम अपना लक्ष्य माने। एलोन मस्क, सचिन तेंदुलकर और बिल गेट्स बनने के सपने तो ये लोग भी देखते हैं,
लेकिन इन सपनो को पूरा करने के लिए क्या करना जरूरी है, यह ये लोग समझ नहीं पाते। बिना किसी एक लक्ष्य के बाकी के ढेर सारे सपने बस सपने ही रह जाते हैं और हकीकत नही बन पाते। अब जानते हैं की👇
गोल सेटिंग क्यों जरूरी है – Goal Setting Kyu Jaruri Hai?
दोस्तो अगर आप खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं? तो आपको आपके जीवन में goal setting करना बहुत जरूरी है। दोस्तो में आज आपको एक सिंपल सा उदाहरण देकर यह समझाने की कोशिश करता हूं की अपनी जिंदगी में goal setting क्यों जरूरी है।
दोस्तो एक बार एक नौजवान लड़का एक सफल और कामयाब व्यक्ति के पास जाता है, और उनसे पूछता है की सर में मेहनत तो बहुत करता हूं लेकिन मैं अपनी लाइफ में कुछ कर नही पा रहा हूं? सर ऐसा नहीं है की में हार्ड वर्क नही करता। में पढ़ लिख भी रहा हूं और एजुकेशन भी ले रहा हूं, में सब कुछ कर रहा हू, लेकिन फिर भी कुछ भी नहीं हो पा रहा है?
इसके बाद वो सफल व्यक्ति उस नौजवान लड़के से कहते हैं, की तुम्हारे List of Goals कहा है? तो वह नौजवान लड़का कहता है की मेरे पास List of Goals नही है। तो वह सफल व्यक्ति उस नौजवान लड़के से कहते हैं की तुम्हारे List of Goals तुम्हारे घर में है क्या?
तो वह लड़का कहता है की मेरे पास घर में भी लिस्ट ऑफ गोल्स नही है। तो उन्होंने कहा की तेरे गाड़ी में होंगा? तो वह लड़का कहता है की सर मैने आज तक कभी भी अपने List of Goals नही बनाए हुए हैं। तो वह सफल व्यक्ति उस नौजवान लड़के से कहते हैं की 👇👇👇
“अगर तुम्हारे पास तुम्हारे List of Goals नही है, तो जीवन में कभी भी तुम्हारा बैंक बैलेंस 5 लाख रुपयों से ज्यादा नहीं होंगा।” तो वह लड़का उस सफल व्यक्ति से पूछता है की अगर में अपने जीवन में List of Goals बनाऊंगा, तो क्या मेरी लाइफ बदलेगी?
तो वह सफल व्यक्ति उस नौजवान लड़के से जो कहते हैं, उसे आप ध्यान से पढ़िए, और वो कहते हैं की 👇👇👇
“Drastically, Your Life Can be Change if you have List of Goals”
दोस्तो यह में आपको एक उदाहरण देकर समझाता हूं, अगर आप रेलवे स्टेशन पर जाते हैं और TC से टिकट मांगते हैं, तो वो आपसे पूछता है की आपको टिकट कहा की दू? और आपने बोला की कही की भी दे दीजिए। तो वह आपको कही की भी नही देता और आप कही पहुंचते भी नही है।
दोस्तो आप मान लीजिए की अगर आप मुंबई से पूना जाते हैं, तो आप स्पेसिफिक होते हैं की मुंबई से ट्रेन पकडूंगा शाम को 4:00 बजे चलेगी, ये ट्रेन का नंबर है और इस प्लेटफार्म से जाएगी, 2 टियर में या 3 टियर में जाऊंगा, यहां आप स्पेसिफिक होते हैं।
सिर्फ 200 से 500 किलो मीटर की यात्रा के लिए आप specific होते है, लेकिन दोस्तो में आपको बताना चाहूंगा कि जिंदगी एक बहुत बड़ी यात्रा (Life is Big Journey) है। लेकिन यहां आप specific नही होते हैं, इसीलिए आप कही पर भी नही पहुंचते।
दोस्तो कहते हैं की भारत और पाकिस्तान के बिच में फुटबाल का मैच हुआ, तो भारत के कोच ने शाहरुख खान टाइप में भारत के टीम को मोटिवेट किया की 70 मिनिट है तुम्हारे पास, ये करदो वो करदो, आग लगा दो। इतनी जोर से फुटबाल मारो की किसी के छाती पे लगे, तो छाती पार करके निकल जाए।
किसी से हार जाना लेकिन इन पाकिस्तानियों से नहीं हारना। कोच ने ऐसे दबा के अपनी टीम को मोटिवेट किया की एक बार उसको लगा की आज हम 100:0 से जीत जायेगे। ठीक उसी तरह पाकिस्तान के कोच ने भी सेम टू सेम किया की अपनी टीम को दबा करके मोटिवेट किया।
किसी और से हार जाना लेकिन इन हिन्दुस्थानियो से नही हारना। आग लगा दो, इतनी जोर से फुटबाल मारो की नाक पर लग जाए तो नाक पठ जाए। सर पे लग जाए तो सर पठ जाए, और तुम लोगो को 100:0 से जितना है, ऐसी बाते करता था कोच।
अब फुटबाल की दोनो टीम खेलने के लिए पूरे उत्साह के साथ तैयार है। 90 मिनिट का मैच हुआ, और दोनो टीम खेलकर वापस आई, और दोनो का स्कोर देखा था 0:0 था। बोला नाटक क्या है पता करो। पता यह चला कि जिस मैदान पर मैच खेल रहे थे, उस मैदान पर goal post ही नही था। कहा goal करते???
दोस्तो इस उदाहरण से हमे यह सीखने को मिलता है की बिना goal setting आपकी और हमारी लाइफ उस मैदान की तरह है। बिना goal Post के कहा गोल मरोगे भाई। बस खेल रहे हैं, खेलते खेलते 50 साल निकल गए साहब, 40 साल निकल गए, 20 साल निकल गए।
दोस्तो आप कैसे जान पाएंगे की आप लक्ष्य तक पहुंच पाए हैं या नहीं? बस खेल रहे हैं बिना गोल पोस्ट के। “दोस्तो बिना दिशा के उत्साह उस जगली आग की तरह है, जिससे मायूसी ही मिलती है और लक्ष्य दिशा का अहसास कराते हैं।”
दोस्तो एक महान विद्वान ने कहा है की 👇
“महान मस्तीक्ष उद्देश्य यानी की लक्ष्यो से भरे हुए होते हैं और अन्य लोगो के पास केवल इछाए होती हैं।”
ज्यादातर लोग अपने लक्ष्य क्यों नही बनाते?
दोस्तो ज्यादातर लोग अपने लक्ष्य क्यों नही बनाते? इसकी बहुत सारी वजह होती हैं उनमें से कुछ मुख्य वजहों को मैने नीचे बताया हुआ है।
1. निराशावादी नजरिया :
दोस्तो आपको संभावनाओं की बजाय हमेशा रास्ते की बाधाओं को देखना है।
2. असफलता का डर :
अगर आपको असफलता का डर लग रहा है, तो आप यह सोचे की “में अगर नही कर सका तो क्या होंगा?” लोगो के अवचेतन मन में यह विचार कायम रहता है की अगर वे लक्ष्य निर्धारित नही करेंगे तो उनको असफलता भी नही मिलेगी। लेकिन में आपको बताना चाहूंगा की लक्ष्य का ना होना असफलता की निशानी है।
3. अस्वीकार किए जाने का डर :
दोस्तो आज कल लोगों को अस्वीकार किए जाने का डर बहुत सताता है, यानी की उनको लगता है की अगर में असफल हो गया तो लोग क्या कहेंगे।
4. टालमटोल करना :
“कभी ना कभी तो में अपने लक्ष्य को तय करूंगा” दोस्तो इस सोच में महत्वकांक्षा की कमी होती है।
5. सफलता का आतंक :
दोस्तो खुद को कम आकना, या सफल जिंदगी को लेकर पाली गई आशंकाओ के कारण भी कुछ लोगो के मन में सफलता का आतंक पैदा हो जाता है।
लक्ष्य कितने प्रकार के होते हैं
दोस्तों लक्ष्य के 6 प्रकार होते है, और वो कौन कौन से है? यह मैंने निचे दिए हुए है.
- पारिवारिक
- आर्थिक
- शारीरिक
- मानसिक
- सामाजिक
- आध्यात्मिक
आपका लक्ष्य कैसा होना चाहिए? (स्मार्ट लक्ष्य)
दोस्तो आपका लक्ष्य “S-M-A-R-T” होना चाहिए, में आपको आसान भाषा में समझाने की कोशिश करता हूं।
स्मार्ट लक्ष्य में एस का क्या अर्थ है : Specific: (स्पष्ट लक्ष्य)
दोस्तो Specific यानी की स्पष्ट लक्ष्य का होना, जैसे की अगर आप वजन कम करना चाहते हैं। तो यह सिर्फ आपकी इच्छा है, आपका लक्ष्य तब बनाता है, जब आप यह ठान लेते हैं की में अगले 90 दिनों के अंदर 10 किलो वजन कम करूंगा।
स्मार्ट लक्ष्य में M का क्या अर्थ है : Measurable (जो मापा जा सके)
दोस्तो आपका लक्ष्य ऐसा होना चाहिए, जिसकी सही माप की जा सके, अगर हम अपने लक्ष्य को माप नही सकते हैं, तो हम इसे प्राप्त भी नहीं कर सकते हैं। मापना वो रास्ता है, जिससे हम अपनी तरक्की पर नजर रख सकते हैं।
स्मार्ट लक्ष्य में A का क्या अर्थ है : Achievable : (जो हासिल करने के काबिल हो)
दोस्तो आपका जो भी लक्ष्य है, वो हासिल करने के काबिल होना चाहिए, यानी की वह चुनौती भरा होना चाहिए, लेकिन असंभव नहीं होना चाहिए। क्योंकि असंभव लक्ष्य हमे कायम निराश ही करेगा।
स्मार्ट लक्ष्य में R का क्या अर्थ है : Realistic : (वास्तविक)
यदि एक इंसान 1 महीने में 20 किलो वजन घटाना चाहे, तो यह बिलकुल अवास्तविक है। ज्यादा से ज्यादा हम 1 महीने में 7 या 10 किलो या 3 महीने 30 किलो वजन कम कर सकते हैं, और यह डेविड गोगिंस जी ने करके भी दिखाया हुआ है।
स्मार्ट लक्ष्य में T का क्या अर्थ है – Time Bound : (समयबद्ध)
दोस्तो आपका लक्ष्य समयबद्ध होना चाहिए यानी की काम के शुरू और अंत की एक निश्चित समय सीमा होनी चाहिए। दोस्तो लक्ष्यो की कई तरह की समय सीमा हो सकती है। जैसे की 👇👇👇
- कम समय (Short Term) – 1 साल
- मध्यम समय (Mid Term) – 3 साल
- लम्बा समय (Long Term) – 5 साल
दोस्तो जब आपका लक्ष्य 5 साल से भी ज्यादा समय का हो, तो वह आपके जीवन का उदेश्य बन जाता है। जीवन का उद्देश्य होना बहुत जरुरी होता है, क्योंकि इसके बिना हमारा देखने का नजीरया तंग हो जाता है। और फिर हम जीवन में लक्ष्यो को हासिल करने तक ही सीमित रह जाते हैं। और हम अपने जीवन के उद्देश्य को भूल जाते हैं।
दोस्तो अगर हम अपने बड़े लक्ष्यों को छोटे छोटे हिस्सो मे बांट दिया जाए, तो उन्हे हासिल करना आसान हो जाता है।
दोस्तो एक महान इंसान ने कहा है की 👇👇
“लाइफ में लंबे कदम बढ़ाना भले ही impossible हो, पर इंच इंच बढ़ना आसान है।”
अपने लक्ष्य को कैसे पहचाने (Goal setting in Hindi)
अपने लक्ष्य को पहचान कर उन्हे निर्धारित करने के लिए आपको खुद के साथ कुछ समय बिताना होंगा और खुद से कुछ प्रश्न बार बार पूछे कि आपको अपनी लाइफ में क्या क्या करना है?, आपको अपनी लाइफ में क्या बनना है और आपको क्या पाना है और आपको कितना बैंक बैलेंस चाहिए? कौन सी गाड़ी चाहिए, और कैसा जीवन साथी चाहिए?
इन सभी प्रश्नों के जिनते भी उत्तर आपके दिल और दिमाग में आए उन सभी को एक पेपर पर लिख डालिए। बिना यह सोचे की यह संभव है या नही! बस लिख लीजिए। कागज पर लिखे हुए सपने आपको यह बताएंगे कि आपने जो कुछ भी लिखा हुआ है, उसमे से बहुत कुछ संभव है, और आप बहुत कुछ करके उसे पा सकते हैं।
दोस्तो जब आप आपके किसी भी सपने को एक कागज पर लिखते हैं, तब आपके सपने पूरे होने के चांसेस 95% बढ़ जाते हैं। क्योंकि जब आप अपने सपनो को कागज पर लिखते हैं, तो आपका पूरा फोकस उन लिखे हुए सपनो पर ही रहता है।
याद रखे की कागज के नक्शों से ही शानदार इमारत की शुरुआत होती हैं। और कागज पर लिखे हुए इन सपनो को हर दिन सुबह, दोपहर और रात को सोने से पहले पढ़ो और उसे मेहसूस और व्हिज्युअलायझ करो। की यदि यह सपने पूरे हो जाए तो आपको और आपके परिवार को कैसे खुशी मिल जायेगी।
जब आप हर दिन ऐसे करोगे तो कुछ ही दिनों में इन सभी इच्छाओं में से सबसे बड़े लक्ष्य को आप स्वयम ही पहचान जायेगे। जो लक्ष्य आपके लिए है और जिसके लिए आप बने हुए हैं, और जब आपके दिमाग में यह स्पष्ट हो जाए की आपको क्या पाना है?
तो आप काम पर लग जाओ उसे पाने में और उस एक लक्ष्य को अपना जीवन बनाओ और खुद से एक सेकंड के लिए भी उस लक्ष्य को अलग मत होने दो। हर पल उस लक्ष्य के बारे में सोचो। उस लक्ष्य को अपने खयालों में व्हिज्युअलायझ करो और उस लक्ष्य के साथ जीना शुरू करदो।
उस लक्ष्य को पाने केलिए एक योजना बनाओ और लिखो की आने वाले एक साल में उस लक्ष्य के नजदीक पहुंचने के लिए आपको क्या करना है? और फिर आने वाले 2 साल या 3 साल में आपके क्या goal होंगे? और फिर 5, 10, 25 और जब आप 50 या 70 साल के होंगे तो आप खुद को कहा देखना चाहोगे।
दोस्तो आपको यह सब एक पेपर पर लिखना है, और इस काम को कल पर मत टालना, बल्कि आज से ही अपने सपनो को पूरा करने के लिए इसकी शुरुआत कीजिए।क्योंकि किसी ने कहा है की 👇👇👇
“समय मत लगाओ यह तय करने में की आपको क्या करना है, वरना समय ये तय कर लेगा की आपका क्या करना है”
दोस्तो अगर आपको अभी भी यह समझ में नहीं आ रहा है की Goal Setting कैसे करें और आपके मन यह प्रश्न उठ रहा है की में पहले लिखूं तो क्या लिखूं ? और आखिर goal setting की शुरुआत कैसे करे? तो इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए आप इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़िए।
गोल सेटिंग कैसे करें – लक्ष्य निर्धारण कैसे करें
दोस्तो अब में आपके साथ गोल सेटिंग करने का Action Plan शेयर करने वाला हू, जो मैंने किताबे और सफल लोगो की जीवनी से जाना है और अपने ऊपर इंप्लीमेंट भी किया हुआ हु। मैने goal setting को आसान तरीके से आपको समझने के लिए नीचे कुछ तरीके बताएं हुए है, जो आपको आपका लक्ष्य निर्धारित करने और उसे पूरे करने में मदद करेगी।
शॉर्ट टर्म गोल्स
दोस्तो मान लीजिए की अगर में आपको 1 लाख रुपए दू और आपसे कहू की इन पैसों से ऐसी कौन सी 5 चीजे है, जिन्हे आप खरीदना चाहेंगे। तो अब आपके दिमाग में वो 10 चीजे जरूर याद आएगी, जिन्हे आप खरीदना चाहते हैं। आपके गोल सेटिंग में छोटी से भी चोटी चीज हो सकती है।
अब आपको खुद से यह पूछना है की अगर मुझे आज 1 लाख रुपए मिलते हैं, तो कौन सी 5 चीजे खरीदना चाहूंगा? और उन 5 चीजों को आपको एक कागज पर लिखना है। तो वो आपके अपने शॉर्ट टर्म गोल्स होंगे। जैसे की मोबाइल, लैपटॉप, कपड़े या कोई भी और चीज जो आप खरीदना चाहते हैं।
Mid Term Goals
दोस्तो mid Term Goals को समझने के लिए आप सोचिए अगर मुझे आज 25 लाख रुपए मिलते हैं, तो कौन सी 3 या 5 चीजे है, जिन्हे में खरीदना चाहूंगा, और उन्हे आप एक कागज पर लिखिए। जैसे की गाड़ी, घर इत्यादि… इन्हे आप आपके mid Term Goals कह सकते हैं,
Long Term Goals
दोस्तो Long Term Goals को समझने के लिए आप सोचिए की अगर मुझे आज 10 करोड़ रूपए मिल गए तो ऐसी कौन सी 5 या 10 चीजे है, जिन्हे में करना या खरीदना चाहता हूं, उसको आप एक कागज पर लिखिए। और ये हो गए आपके Long Term Goals।
अपने लक्ष्य को कैसे प्राप्त करें
अब में आपको अपने लक्ष्य को कैसे हासिल करें यह बताता हु, आपके जो भी गोल्स है ना, उन सभी गोल्स को आप एक पेपर पर लिख लीजिए। उसमे से Best 3 और Best 5 goals को पूरा करने के लिए उन्हें चुने, यानी की उन पर गोल ⭕ कीजिए, की ये 3 चीजे मुझे करनी है।
दोस्तो अब इन 3 चीजों को करने के लिए 5 ऐसे प्रयास लिखिए, जो मुझे करने है। यानी की इन तीनों गोल्स को पूरा करने के लिए ये 5 चीजे मुझे करनी पड़ेगी, वो आपका काम भी हो सकता है या आपको कोई बिजनेस भी हो सकता है।
दोस्तो आपको समझने के लिए में आपको फिर से बताता हु की, आप 20 गोल्स को लिखिए वो आपके लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म ये दोनो goals हो सकते हैं। उसमे से बेस्ट 3 और बेस्ट 5 गोल्स ⭕ पर राउंड लगाइए। और उन 3 या 5 गोल्स को पूरा करने के लिए ऐसी कौन से 5 काम है, जिन्हे आप कर सकते हैं।
और उन्हे आज से ही करना शुरू कीजिए। तो किसी का बाप भी आपको रोक नहीं सकता की आपके वो गोल्स पूरे ना हो। लेकिन इसका एक प्रोसेस होता है और वो प्रोसेस यह है, की आपको हमेशा शार्ट टर्म गोल्स को पहले लिखना है, और उस शार्ट टर्म गोल्स के आगे उनको पूरा करने की अंतिम तारीख सेट कीजिए।
दोस्तो बिना तारीख के और बिना डेडलाइन के आपके गोल्स सिर्फ सपने ही रह जाते हैं, वो कभी पूरा नहीं हो पाते हैं। इसलिए उनको पूरा करने की अंतिम तारीख सेट कीजिए, की इतने दिनो के अंदर या इतने महीनो के अंदर में इस गोल को पूरा करूंगा।
शॉर्ट टर्म गोल्स में आपका एक घड़ी खरीदने का या एक जूता खरीदने का भी गोल हो सकता है। मान लीजिए जब आप 1000 या 2000 हजार की घड़ी या जूते खरीदने का गोल सेट करते हैं और उस गोल को पूरा करने की अंतिम तारीख सेट करते हैं।
उसके बाद आप अपने घर के लिए एक टीवी लेने का गोल सेट कर सकते हैं और उसके सामने उसकी अंतिम तारीख सेट कीजिए। ऐसे ही आप अपने अन्य गोल्स को भी लिख लीजिए हैं, जिन्हे आप पूरा करना चाहते हैं। तो उसके बाद आप जिस भी गोल को पूरा करना चाहते हैं, उसकी फोटो को अपनी बेडरूम 🛏️ की दीवार पर चिपकाओ।
और यह बहुत जबरदस्त तरीके से काम करता है, क्योंकि अगर आप अपने गोल की तस्वीर को अगर अपने सामने लगाओगे तो वह आपको हर बार दिखती रहेगी। और वो फोटो आपको बार बार याद दिला देगा की मुझे इस गोल को पूरा करना है।
“सफल लोगो का यह मानना है की आपका जो भी सपना है उसे अपनी आंखों के सामने रखना चाहिए।” इसीलिए अपने गोल्स की फोटो को अपने बेड रूम की दीवार पर चिपकाना है। तो उसके बाद में होगा क्या यह में आपको बताता हूं।
आपके घर वाले या आपके दोस्त आपको यह कहेंगे कि ये तू क्या कर रहा है, और फोटो लगाने से क्या सपने पूरे होते है? ऐसा इसीलिए होता है, क्योंकि जब आप कुछ भी नया करने जाते हैं, तब कुछ लोग आपकी टांग खिंचाई करने के लिए तुरंत मौजूद हो जाते है।
और अगर आपकी कुछ ना कुछ टांग खिंचाई हो रही है, तो आप समझ लेना की आप सही रास्ते पर निकल पड़े हो। क्योंकि अभी तक तो लोग आपको रोक नही रहे थे और आपको तंग नहीं कर रहे थे। क्योंकि जो लोग अपनी लाइफ में कभी नाकामयाब हो जाते हैं, वो आपकी नजर में बेचारे होते हैं।
दोस्तो आपने कभी देखा है क्या की नाकामयाब हे साला और बेकार है, बल्कि उसके लिए दया भाव आता है की बेचारा कुछ कर नही पा रहा, उसके लिए ऐसा दया भाव आता है। लेकिन ताना उसी को ही मारा जाता है, जो कुछ अलग करने के रास्ते पर चल पड़ा है।
दोस्तो यह मैने करके देखा हुआ है, फायदा होंगा की नही होंगा “लेकिन आपका नुकसान तो बिलकुल भी नहीं होंगा” इससे पहले आप चीजों को बिना गोल सेट किए खरीद रहे थे लेकिन अब गोल को लिखने के बाद उसे जब आप खरीदते या उसे पूरा करते हैं, तो क्या होता है यह ध्यान से पढ़िए। 👇👇👇
जब आप आपके पहले गोल को पूरा करते हैं और आपके गोल सेटिंग के डायरी में जहा आपने पहला गोल लिखा हुआ रहता है, उस पहले गोल के सामने आप टिक ✓ लगाते हैं की यह पूरा हो गया, तो यह ✓👈 टिक है ना दूसरे गोल को पूरा करने में ईंधन का काम करता है और गोल को पूरा करने में अपने आप फ्यूल देता है।
की मेरा पहला गोल पूरा हो गया ना अब में दूसरे गोल को भी पूरा कर सकता हूं। घड़ी आप पहले भी खरीद रहे थे और जूते भी आप पहले भी खरीद रहे थे, लेकिन पहली चीज और दूसरी चीज को खरीदने में कभी कभी साल लग जाते थे, कभी कभी 2 या 3 साल भी लग रहे थे। कभी कभी खरीद भी नहीं रहे थे, क्योंकि आपको पता ही नही था की खरीदना क्या क्या है।
लेकिन जब अपने गोल को लिख लेते हैं, तो वो आपके आंखों के सामने रहता की इसे मुझे खरीदना है। दोस्तो जब आप पहले वाले गोल यानी की घड़ी को टिक ✓ करते हैं, तो दूसरे गोल को पूरा करने के लिए ईंधन अपने आप मिलता है। जब आप दूसरे गोल को भी पूरा करते हैं, तो आप दूसरे वाले गोल के सामने ✓ टिक करते ही की यह गोल भी पूरा हो गया।
दूसरे नंबर के गोल में आपने जूते ही क्यों न लिखे हो, और जब आप दूसरे गोल को भी कंप्लीट करते हैं, तो आपका कॉन्फिडेंस बहुत बढ़ जाता है कि दूसरा हो गया ना, तो अब में तीसरे गोल को भी पूरा कर सकता हूं।अब आप अपनी गोल सेटिंग की डायरी में 20 short term goal को लिख लीजिए जो टोटल 1 लाख रुपयों के हो।
उन सभी 20 गोल्स को जब आप क्रम कर्म से पूरा कर लेते हो तो, long Term के लिस्ट में जो पहला गोल है ना, जो आपको बहुत बड़ा और असंभव लगता है, उसको पूरा करने के लिए ईंधन मिलता है, की अगर में इन सभी शार्ट टर्म गोल्स पर ✓ टिक लगा सकता हूं, तो में इस पहले वाले long Term Goal को भी ✓ टिक लगा सकता हूं।
दोस्तो क्या आपने अपनी लाइफ के उस बड़े लक्ष्य को पहचान लिया है, जिसके लिए आप किसी भी हद तक या हदपार मेहनत कर सकते हैं? तो नीचे कमेंट बॉक्स में हमे कॉमेंट करके जरूर बताएं। दोस्तो आज के इस गोल सेटिंग कैसे करें मोटिवेशनल आर्टिकल में सिर्फ इतना ही और उसके साथ ही अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया होंगा तो अपने दोस्तो के साथ शेयर करना न भूलें।
ताकि जो लोग अभी तक अपने लक्ष्य को पहचान नही पाए हैं और जिनको यह पता नही है की अपने लक्ष्य को निर्धारित कैसे करे? यह उनको भी पता चल सके। दोस्तो आपका एक शेयर किसी और की जिंदगी बदल सकता है, इसीलिए अपने दोस्तो के साथ गोल सेटिंग कैसे करें आर्टिकल को शेयर करने में कंजूसी मत करना।
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दोस्तों goal setting in hindi pdf में लेखक Brain Tracy जी ने बताया हुआ है की लक्ष्य का निर्धारण कैसे करें और अपने लक्ष्य को उमीद से पहले कैसे प्राप्त करें? दोस्तों अगर आप अपने लक्ष्य को कैसे प्राप्त करें? इस बारे में डिटेल्स में जानना चाहते है? तो आप इस किताब को जरुर पढ़िए.
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